१३ मई को पुणे में हुए , चेन्नई और हैदराबाद के बीच हुए मुकाबले में चेन्नई ने हैदराबाद को हराया। इस मैच में चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने आयी हैदराबाद की टीम चौथे ओवर में ही अपना एक विकेट खो दिया। जिसके बाद शिखर धवन ने कप्तान केन विल्लियम्सन के साथ मिलकर हैदराबाद की पारी को संभाला। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच कुल १२३ रनो को साझेदारी हुई। इन दोनों की साझेदारी तोड़ पाना चेन्नई के गेंदबाजों के लिए मुश्किल हो रहा था। लेकिन सोलहवे ओवर में ड्वेन ब्रावो ने ७९ रन पर आउट करके , इस साझेदारी को तोडा। इसके बाद विल्लियम्सन ने भी सत्रहवें ओवर में अपना विकेट शार्दुल ठाकुर के बॉल पर खो दिया। विल्लियम्सन ने ३९ बॉल पर कुल ५१ रन बनाया। इस साझेदारी के टूटने बाद हैदराबाद के बल्लेबाज कोई बड़ी साझेदारी नहीं बना सके और हैदराबाद ने २० ओवर में ४ विकेट खोकर कुल १७९ रन बना पाई। चेन्नई के लिए शार्दुल ठाकुर ने २ विकेट लिया। ड्वेन ब्रावो और दीपक चहर ने १-१ विकेट लिया।
चेन्नई के लिए १८० रनो का लक्ष्य बड़ा नहीं था क्योकि चेन्नई आईपीएल ११ की सबसे मजबूत बल्लेबाजीवाली टीम है। चेन्नई के ओपनिंग बल्लेबाज सेन वाटसन और अम्बाती रायडू ने चेन्नई को एक अच्छी शुरुवात दिलाई। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच कुल १३४ रनो की साझेदारी हुई। हैदराबाद जैसी टीम जिसकी गेंदबाजी आईपीएल-११ में सबसे मजबूत है। उस टीम के खिलाफ इतनी बड़ी साझेदारी बनाना बहुत ही मुश्किल होता है , लेकिन चेन्नई के बल्लेबाजों ने इसको भी आसान बना दिया। इसी बीच चेन्नई ने चोदवे ओवर में सेन वाटसन का विकेट खो दिया। वाटसन ने ३५ बॉल में ५७ रन बनाया। इसके बाद बल्लेबाजी करने आये सुरेश रैना सिर्फ २ रन बनाकर आउट हो गए। जिसके बाद कप्तान धोनी के साथ मिलकर अम्बाती रायडू ने चेन्नई की पारी को संभाला और चेन्नई को लक्ष्य तक पहुंचाया। चेन्नई ने एक ओवर रहते ही इस मुकाबले को जीत लिया। चेन्नई के लिए अम्बाती रायडू ने सबसे ज्यादा १०० रन बनाया। हैदराबाद के लिए सिर्फ संदीप शर्मा ने १ विकेट लिया।
इसी जीत के साथ चेन्नई का कुल पॉइंट १६ हो चूका है , अब चेन्नई को क्वालीफाई करने के लिए सिर्फ २ पॉइंट्स की जरुरत है।
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