१३ मई को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए मैच में राजस्थान ने मुंबई इंडियंस को ७ विकेट से हराया। राजस्थान को ये मैच जीताने में जोस बटलर का बहुत ही ज्यादा योगदान है। आईपीएल के इस सीजन में मुंबई और राजस्थान दोनों ही टीम हो प्लायोफस में पहुंचने के लिए अपने बचे सभी मुकाबले जीताना है। लेकिन जोस बटलर ने मुंबई इंडियंस का प्लायोफस तक पहुंचने का सपना तोड़ दिया है। १३ मई को हुए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। मुंबई इंडियंस के लिए सूर्यकुमार यादव और इविन लुइस ने अच्छी शुरुवात की। मुंबई इंडियंस के इन दोनों ओपेनिंग बल्लेबाजों के बीच ८७ रनो की साझेदारी बनी , जिसकी जरुरत मुंबई इंडियंस को थी। लेकिन इग्यारवे ओवर में सूर्यकुमार यादव ३१ बॉल पर ३८ रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आये रोहित शर्मा बिना खाता खोले ही आउट हो गए। रोहित शर्मा का विकेट गिरने के बाद मुंबई की पारी लड़खड़ाने लगी। इविन लुइस ने भी चोदवे ओवर में अपना विकेट खो दिया। इविन लुइस ने ४२ बॉल पर ६० रन बनाया। जिसके बाद मुंबई इंडियंस का कोई बल्लेबाज लम्बी पारी नहीं खेल सका और मुंबई इंडियंस ने २० ओवर में ६ विकेट खोकर १६८ रन बनाया। जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स ने राजस्थान के लिए २-२ विकेट लिया। धवल कुलकर्णी और जयदेव उनादकट ने १-१ विकेट लिया।
राजस्थान के लिए १६९ रनो का लक्ष्य बड़ा नहीं था लेकिन मुश्किल लग रहा था। राजस्थान के लिए ओपनिंग करने जोस बटलर और डार्सी शॉर्ट्स आये। राजस्थान ने पहले ओवर में ही डार्सी शॉर्ट्स का विकेट खो दिया। इसके बाद जोस बटलर ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ मिलकर राजस्थान की पारी को संभाला। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच ९५ रनो की साझेदारी हुई , जिसकी जरुरत राजस्थान को थी। इसके बाद चोदवे ओवर में अजिंक्य रहाणे आउट हो गए , अजिंक्य ने ३६ बॉल पर ३७ रन बनाया। जिसके बाद बटलर ने संजू सेमसन के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया और राजस्थान को जीत दिलाई। राजस्थान के लिए जोस बटलर ने सबसे ज्यादा नाबाद ५३ बॉल में ९४ रन बनाया।
जोस बटलर को रोक पाने में मुंबई का कोई गेंदबाज सफल नहीं रहा। इस मुकाबले में मुंबई के किसी भी गेंदबाज का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। मुंबई के लिए हार्दिक पंड्या ने ४ ओवर में ५२ रन देकर २ विकेट लिया और जसप्रीत बुमराह ने ३ ओवर में ३४ रन देकर १ विकेट लिया। इसी हार के साथ मुंबई का प्लायोफस तक पहुंचने का सपना अब लगभग नामुमकिन हो चूका है।
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